Thursday, December 15, 2016

पण्डित जी दुविधा मेँ

                          यजमान!कौनसा हाथ देखूं?

Saturday, November 12, 2016

TIME IS SCARES COMMODITY






चारो ओर से हमे शुभ विचार प्राप्त हों




मा बाप बडा करते है, पत्नी बूढा करती है

Monday, October 17, 2016

JALATE HAI JISAKE LIYE

जलते हैं जिसके लिये तेरी आँखों के दिये ,,,,,,,,इस दीपावली  पर रोशन करो। और स्वदेशी वस्तुओँ को अपनाएं

Saturday, October 1, 2016

KHULI HAVAA ME DOLE RE, AAJ MERA MAN BOLE RE

नये सदस्य के आगमन की सुमधुर बेला में प्रतीक्षा रत

Tuesday, September 20, 2016

Thursday, September 15, 2016

WATCH WHAT STARS ARE COMMUNICATING......!

                            Special tribute to ancestors-during श्राद्ध पक्ष 

                          सन्जा का गीत  है -तारों भरी रात, फूलों भरी रे परात;

Thursday, August 25, 2016

DO NOT DEAL WITH UNREASONABLE DEMANDS

We often accommodate our useless thoughts in our mind simply as a good gesture, they in turn try to occupy large space, we  are not conscious about it.

Saturday, August 6, 2016

ON PARTING OF A FRIEND FOR EVER

                                            ऋतु  फ़लक का  फ़लक ही छीन लिया गया

Saturday, July 2, 2016

परिचय



उसी उद्यान में
फूलों से
अपना परिचय
पूछती   रही
हवा!
नए अंकुर उसे भूल गए थे!
मैं,
मै उनके लिए समय था
और आज समय खुद
मुझ से 
अपना परिचय पूछ रहा है..

Wednesday, June 15, 2016

कविता




धरती पर
आकाश में
तुम्हारे   मेरे बीच में
कितनी कवितायेँ बिखरी पडी हैं?
उगने दो इन्हें
उगालो इन्हें
शब्दों के,
अर्थों के
वस्त्र इन्हें पहनाओ
छूलो इन्हें
महसूस करो
घटने दो इन्हें
संवार कर रखो
नई कोंपलें सुनेगी
खिलेंगी
लहलहाती रहेंगी ...