Reflections
Sunday, January 4, 2015
KOHARA
कुहरा!
मेरा प्रयत्न
मुझे खुद से
बचाने का!
एक खोल
जो मैं खुद
ओढ़ लेता हूँ
तुम्हारा सामना होने पर..
सच !
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