Reflections
Saturday, July 2, 2016
परिचय
उसी उद्यान में
फूलों से
अपना परिचय
पूछती
रही
हवा!
नए अंकुर उसे भूल गए थे!
मैं
,
मै
उनके लिए समय था
और आज समय खुद
मुझ से
अपना परिचय पूछ रहा है..
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